गुरुवार, 20 मई 2010

एक जैसा कोई नहीं...


एक जैसा दूसरा होता ही नहीं ...दीखता बेशक ...जैसे ...राम और श्याम में ' दिलीप कुमार !

फिर ...

अमिताभ और सचिन की क्यूं तुलना !

...अब शशि थरूर ...सबसे आगे है ...

...तो क्या ...सब से ज्यादा हसबैंड किसके ...सबसे ज्यादा बेटे किसके ...

...मीडिया यह भी तो बता ...

...सब से किफायती जीवन जीने वाला राईस कौन ?

महानता : सन्दर्भ सचिन...


महानता सिर्फ एक बार का हासिल नहीं . यह निरंतर चलने वाली एक प्रक्रिया है !...सन्दर्भ : सचिन तेंदुलकर ! कल मैंने अपने आप से कहा था ... ' बड़ा बनाना है तो अपने आप से बड़ा बनो ' '...और कभी भी अपने आप से बड़ा दिखने की कोशिश मत करो ' ...महानता दिखनी नहीं , महसूस होनी चाहिए !